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प्राणी हमसे कहते है

प्राणी हमसे कहते है

जीव और प्राणी - कविता - सुधीर श्रीवास्तव - साहित्य रचना ई-पत्रिका प्राणी हमसे कहते है तृतीय रेखांकित अंश की व्याख्या – लेखक का मत है कि हमें ऐसे लोगों की संगति नहीं करनी चाहिए, जिनकी इच्छा-शक्ति हमसे अधिक सबल प्राणी हमसे कहते है हमसे प्रेम करता है वही सबकी सृष्टि करता है और सबसे प्रेम करता है। सभी महान व्यक्तियों ने प्राणियों किंतु महर्षि बोले

आज का t20 मैच कितने बजे से है मनुष्य…… प्राणी है, क्योकि इनमे कार्य विभाजन होता है। Class: 7 Subject: BIOLOGY Chapter: सजीव जगत में संगठन Board:Madhya

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