प्राणी हमसे कहते हैं जियो और जीने दो
महावीर जयंती विशेष : तीर्थंकर महावीर थे 'जियो और जीने दो' के सूत्र के दिव्य
महावीर जयंती विशेष : तीर्थंकर महावीर थे 'जियो और जीने दो' के सूत्र के दिव्य
महावीर जयंती विशेष : तीर्थंकर महावीर थे 'जियो और जीने दो' के सूत्र के दिव्य प्राणी हमसे कहते हैं जियो और जीने दो यदि हम यह दो शब्द, जीओ और जीने दो, अपना लें, तो यह धरती स्वर्ग हो जाएगी। इन दो शब्दों का तात्पर्य है कि खुद भी जीयें और प्राणी हमसे कहते हैं जियो और जीने दो जियो और जीने दो का मतलब है कि आप स्वतंत्रता से अपना जीवन जीएं और दूसरों को भी उनका जीवन जीने की स्वतंत्रता प्रदान
प्राणी हमसे कहते हैं जियो और जीने दो अहिंसा परमो धर्म: अर्थात अहिंसा सब धर्मों में सर्वोपरि है। सत्य और अहिंसा की जब भी बात होती है तो हमारे जहन में सबसे
कितने बज रहे हैं मेरे पिताजी एक बार मुझसे बात कर रहे थे और उन्होंने कहा, बेटा, तूने उन्हें जानवरों की तरह काट डाला था टिकटोक पर। प्राणी मात्र की रक्षा हमारा धर्म है !! शाकाहार अपनाओ… कुछ मांसाहारियों या उनके समर्थको की बात या कुतर्क 1 कहते है क्या